अमेरिका और चीन के बीच चल रहे टैरिफ वॉर के बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है. अमेरिकी की कंपनी बोइंग की मदद के लिए टाटा ग्रुप की एयर लाइन एयर इंडिया सामने आ सकती है. चीन ने हाल ही में अमेरिकी कंपनी की सर्विस लेने से अपनी एयरलाइंस को रोक दिया है. आइए बताते हैं कि पूरा मामला क्या है.
क्या है पूरा मामला
अमेरिका की बोइंग एयरप्लेन कंपनी से बने प्रोडक्ट्स पर चीन सरकार ने रोक लगा दी है. चीनी सरकार ने अपनी एयरलाइंस को बोइंग से डिलीवरी लेने से मना कर दिया है, जिसके बाद यह खबर आ रही है कि भारतीय एयर लाइन एयर इंडिया बोइंग से नए विमानों की डिलीवरी ले सकती है. एयरलाइन को पहले चीन के पीछे हटने से लाभ हुआ था, उसने 41 बोइंग 737 मैक्स जेट खरीदे थे और उनकी डिलीवरी के बीच कंपनी अभी अपने बेड़े को बढ़ाना चाह रही है.
6 लाख करोड़ का ऑर्डर दिया
एअर इंडिया कंपनी ने दो साल पहले एयरबस और बोइंग को 470 विमानों का ऑर्डर दिया था. एअर इंडिया के CEO कैंपबेल विल्सन के मुताबिक दोनों कंपनियों के बीच की गई डील की वैल्यू 70 अरब डॉलर (करीब 6 लाख करोड़ रुपये) है. इस डील के तहत खरीदे गए विमानों की डिलीवरी अभी नहीं हुई है, जिससें एयरबस एयर इंडिया को 250 और बेइंग को 220 विमानों की सप्लाई करेगी.
चीन ने वापस भेजे 737 Max jets विमान
अमेरिका की ओर से चीन पर ताबड़तोड़ टैरिफ लगाने की वजह से दोनों देशों के बीच ट्रेड प्रभावित हुआ है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी सरकार ने जब बोइंग के प्लेन की डिलीवरी पर रोक लगाई, उस समय 10 विमानों की डिलीवरी होने वाली थी. वहीं, चीन ने पहले ही कुछ 737 Max jets विमान अमेरिका को वापस भेज दिए हैं.